बिहार में सरकारी नौकरी तेजी से हो गई है। निर्वाचन की तैयारी के बीच, निर्वाचन आयोग की सूची को तकनीशियन में अद्यतन किया जाना है। इस बार प्रक्रिया में अलग-अलग भागीदारी देखने को मिल रही है। 94.68% मतदाताओं Voter List ने अपने फॉर्म फ़ॉर्म जमा कर दिए हैं, जबकि अभी भी कुछ दिनों का समय शेष है। आइए इस पूरी प्रक्रिया में 10 मुख्य पॉइंट के पॉइंट के विस्तार के मूल तत्व हैं
94.68% मतदाताओं ने नामांकन प्रपत्र पूरा किया
बिहार में अब तक 7,48,59,631 मतदाता अपने फॉर्म फ्लोटर आयोग को पुनः प्राप्त कर चुके हैं। यह पात्र कुल पंजीकृत सट्टेबाजों का 94.68% है। अभी 5.2% यानि लगभग 41 लाख वोटर्स का फॉर्म जमा नहीं हो पाता। इस तेजी से शुरू हुए कार्य ने आगामी चुनावों के लिए विद्वानों को सूचीबद्ध किया है।
अभी 7 दिन का समय बचा है
एस मजबूत (व्यवस्थित गहन पुनरीक्षण) अभियान की घोषित समय सीमा समाप्त होने में अभी भी 7 दिन शेष हैं। यानी जो लोग अभी तक फॉर्म भर नहीं पाए हैं, उनके पास अब भी मौका है। आयोग इन शेष मतदाताओं तक के लिए जिला अधिकारियों और बीएलओ की मदद ले रहा है।
राजनीतिक शास्त्र को दिए गए एनेक्स्ड वोटर्स की सूची
चुनाव आयोग उन मतदाताओं की सूची राजनीतिक विचारधाराओं के साथ साझा कर रहा है जिनका फॉर्म अब तक भरा नहीं जा सका है। इससे जुड़े इन बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) से उन लोगों तक संपर्क किया जाता है जो उनसे परामर्श कर सकते हैं और यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि कोई भी वोटर छूट न दे।
1 अगस्त 2025 को वोटर वोटर लिस्ट प्रकाशित होगी
निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि 1 अगस्त 2025 को ड्राफ्ट निर्वाचक नामावली (ड्राफ्ट मतदाता सूची) प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद सभी झीलों में सुधार, नाम जुड़वाने या त्रुटियां दूर करने के लिए एक महीने का समय दिया जाएगा।
सार्वजनिक और राजनीतिक विचारधारा को आवश्यक संशोधन का अधिकार
आम जनता के साथ-साथ सैद्धांतिक सैद्धांतिक राजनीतिक शास्त्र को भी वोट-वोटर लिस्ट का प्रिंट और डिजिटल कॉपी मुफ्त प्रदान की जाएगी। इसके माध्यम से वे वोटर लिस्ट की समीक्षा कर फ़ाइनी और छूट प्राप्त या ग़लतियों की जानकारी आयोग को दे फ़नी।
बबलो और बीएलए कर रहे हैं हर रोज आवेदन का काम
राज्य भर में 1.5 लाख बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) और बायोडाटा प्रतिदिन लगभग 50 फॉर्म की पुष्टि कर रहे हैं। यह काम इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कई मतदाता मृत, स्थानांतरण, या डुप्लीकेट रजिस्टर वाले हैं। ऐसे मामलों को समय रहते पहचानना है।
25 जुलाई तक शेष वोटरों की स्थिति की पुष्टि होगी
जो 5.2% वोटर्स अब तक फॉर्म नहीं भर पाए हैं, उनके बारे में 25 जुलाई 2025 तक जानकारी इकट्ठी की जाएगी। प्लास्टिक पॉलिटिकल के जिला अध्यक्ष और बीएलए इन प्लाजा से संपर्क कर वास्तविक स्थिति का पता लगाएंगे – वे क्या जीवित हैं, स्थानांतरित हो गए हैं या मतदान में भाग लेने के इरादे हैं।
25 सितम्बर तक हल होंगे सभी दावे और कहानियाँ
1 अगस्त से शुरू हुआ, नामांकन सूची में सुधार, नाम जोड़ने या निकालने की प्रक्रिया में आने वाले दावे और कहानियां 25 सितंबर 2025 तक जारी की गईं। इस दौरान किसी भी प्रकार की त्रुटि को ठीक करने के लिए लोग अधिकारी से संपर्क करें।
30 सितंबर को अंतिम जनक सूची प्रकाशित की गई
30 सितंबर 2025 को अंतिम निर्वाचक नामावली प्रकाशित की जाएगी। इसमें रासायनिक पदार्थों की सूची शामिल होगी जिसमें सभी दावे और वैज्ञानिक सिद्धांत शामिल होंगे। अंतिम सूची में सभी प्रमाणित राजनीतिक धर्मग्रंथों को शामिल किया गया है और यह मतदाता आयोग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
निर्वाचन आयोग के न्यायाधीश से अपील तो करें अपील
यदि किसी कलाकार, निर्वाचन अधिकारी (ईआरओ) का निर्णय नहीं है, तो वह पासपोर्ट अधिनियम, 1950 की धारा 24 के तहत जिला मजिस्ट्रेट या मुख्य विद्युत अधिकारी के पास अपील कर सकता है। यह नागरिकता अधिकारिता की रक्षा सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
निष्कर्ष
बिहार में कलाकार सूची को लेकर जो इस बार काम कर रहा है, वह भागीदारी, भागीदारी और समावेशिता का प्रतीक है। 94.68% फॉर्म का कवर होना किसी भी लोकतांत्रिक राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है। अब बचे हुए कुछ प्रतिशत मतदाताओं तक के मतदाता आयोग और राजनीतिक समन्वय से जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है।





