South Africa का दबदबा कायम, पाकिस्तान फिर जीत से महरूम यह मुकाबला महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के सबसे अहम मैचों में से एक था, जिसमें साउथ अफ्रीका ने पाकिस्तान को 150 रनों के बड़े अंतर से हराकर अपने दमदार इरादे जाहिर कर दिए। बारिश से प्रभावित इस मैच में डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) नियम के तहत परिणाम तय हुआ, लेकिन इससे साउथ अफ्रीका की जीत की चमक जरा भी कम नहीं हुई। यह मुकाबला 21 अक्टूबर 2025 को कोलंबो में खेला गया, जहां अफ्रीकी टीम ने बल्ले और गेंद—दोनों से अपना दबदबा दिखाया। इस हार के साथ पाकिस्तान की सेमीफाइनल की उम्मीदें भी पूरी तरह खत्म हो गईं।
बारिश से बाधित, लेकिन रोमांच से भरपूर मैच
मैच की शुरुआत में ही बारिश ने व्यवधान डाला, जिसके चलते मुकाबले को घटाकर 40 ओवर प्रति टीम कर दिया गया। हालांकि इस कमी का असर साउथ अफ्रीका की बल्लेबाज़ी पर नहीं पड़ा। टीम ने मैदान पर उतरते ही आक्रामक रवैया अपनाया और पाकिस्तानी गेंदबाज़ों पर जमकर प्रहार किया। शुरुआती विकेट जल्दी गिरने के बावजूद कप्तान लौरा वूलवार्ड्ट और सुने लूस ने पारी को संभाला और फिर उसे विस्फोटक मोड़ दिया।
साउथ अफ्रीका की दमदार बल्लेबाज़ी
- साउथ अफ्रीका की बल्लेबाज़ी पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरी हुई दिखी। टीम ने 40 ओवर में 9 विकेट पर 312 रन ठोक डाले — यानी लगभग हर ओवर में आठ रन की औसत!
- लौरा वूलवार्ड्ट (Laura Wolvaardt) ने शानदार 90 रन बनाए। उनका हर शॉट यह बता रहा था कि वह बड़े मंच के लिए ही बनी हैं।
- सुने लूस (Sune Luus) ने भी बेहतरीन 61 रनों की पारी खेली और साझेदारी को मज़बूती दी।
- वहीं, ऑलराउंडर मरिज़ान कप (Marizanne Kapp) ने अंत में आतिशी 68* रनों की नाबाद पारी खेली। उन्होंने केवल 40 गेंदों में ये रन ठोके और टीम को 300 के पार पहुंचाया।
- कप की बल्लेबाज़ी में आक्रामकता के साथ शालीनता का अनूठा संतुलन देखने को मिला। उनके चौके-छक्कों की बरसात ने पाकिस्तानी गेंदबाज़ों को हताश कर दिया।
पाकिस्तानी गेंदबाज़ी – बेअसर और अस्थिर
पाकिस्तान की गेंदबाज़ी शुरुआत में थोड़ी संयमित दिखी, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज़ों ने पूरी लय पकड़ ली। गेंदबाज़ विकेट निकालने में नाकाम रहे और फील्डिंग में भी कई मौके गंवाए। बारिश के बाद गीले हालात में गेंद स्विंग नहीं कर रही थी, जिससे उनका काम और मुश्किल हो गया।
नतीजा यह हुआ कि साउथ अफ्रीका ने ऐसी पारी खेली जो पाकिस्तान के लिए पीछा करना लगभग असंभव साबित हुआ।
बारिश फिर लौटी, और DLS ने बदल दिया खेल
जब पाकिस्तान की बारी आई, तब एक बार फिर बारिश ने दखल दिया। रुक-रुक कर होती बारिश के कारण खेल बार-बार बाधित हुआ और आखिरकार डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) नियम लागू किया गया।
DLS के हिसाब से पाकिस्तान को 20 ओवर में 234 रन का असंभव सा लक्ष्य मिला — यानी लगभग प्रति ओवर 12 रन। इतने भारी लक्ष्य के सामने पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी लड़खड़ा गई।
पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी – पूरी तरह बिखरी
- पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी शुरुआत से ही दबाव में नजर आई। तेज़ी से रन बनाने की मजबूरी में बल्लेबाज़ी क्रम बिखर गया।
- शुरुआती बल्लेबाज़ विकेट बचाने के चक्कर में धीमे खेले,
- जबकि मध्यक्रम की खिलाड़ी तेज़ रन बनाने के प्रयास में आउट होती चली गईं।
- मरिज़ान कप ने बल्ले से धमाल मचाने के बाद गेंद से भी कमाल दिखाया। उन्होंने 3 विकेट लेकर पाकिस्तान को पूरी तरह झकझोर दिया।
- अंत में पाकिस्तान की टीम केवल 83 रन पर 7 विकेट खोकर सिमट गई। बारिश के कारण पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई और साउथ अफ्रीका ने 150 रनों की प्रचंड जीत दर्ज की।
टूर्नामेंट पर असर
इस जीत से साउथ अफ्रीका ने टूर्नामेंट में अपनी जीत की लय बरकरार रखी। यह उनकी लगातार पांचवीं जीत थी, जिससे वे अंक तालिका में सबसे ऊपर पहुंच गए।
टीम का नेट रन रेट भी शानदार है, और अब वे सेमीफाइनल में प्रवेश करने वाली पहली टीम बनने के करीब हैं।
वहीं, पाकिस्तान के लिए यह हार बेहद निराशाजनक रही। यह उनकी लगातार चौथी हार थी, जिसके बाद उनका अभियान यहीं समाप्त हो गया। खिलाड़ियों में आत्मविश्वास की कमी और लगातार असफल रणनीति इस हार की बड़ी वजह बनी।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएँ
मैच के बाद साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वूलवार्ड्ट ने कहा:
“हम जानते थे कि बारिश खेल को प्रभावित कर सकती है, इसलिए शुरुआत से ही हमने आक्रामक रवैया अपनाया। हमारी टीम की एकजुटता और मरिज़ान की ऑलराउंड परफॉर्मेंस जीत की कुंजी रही।”
वहीं पाकिस्तान की कप्तान ने निराशा जताते हुए कहा:
“हमारी बल्लेबाज़ी योजना काम नहीं कर पाई। बारिश ने हालात कठिन बना दिए, लेकिन हमें इससे बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।”
मरिज़ान कप – मैच की स्टार
मरिज़ान कप ने बल्ले और गेंद — दोनों से दमदार प्रदर्शन किया।
उनका स्कोर (68*) और तीन विकेट उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के सम्मान का हकदार बनाता है।
उनकी फिटनेस, मानसिक मजबूती और लीडरशिप ने टीम को संतुलन दिया।
आगे की राह
साउथ अफ्रीका की नज़र अब सेमीफाइनल पर है, और टीम का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है।
वहीं पाकिस्तान को अब अपने युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए ताकि वे भविष्य के टूर्नामेंटों के लिए तैयार हो सकें।
निष्कर्ष
कोलंबो में खेले गए इस मैच ने साबित किया कि साउथ अफ्रीका इस वर्ल्ड कप की सबसे संतुलित टीमों में से एक है।
उनकी बल्लेबाज़ी गहराई, गेंदबाज़ों की विविधता और कप्तानी की रणनीति ने उन्हें बाकी टीमों से अलग बनाया है।
दूसरी ओर, पाकिस्तान को अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा — चाहे वह बल्लेबाज़ी का ढांचा हो या रणनीतिक सोच।





October 9, 2025